काछी त्राण अनंगी बली दिने की,
ना हम तीरी वर्त विशीनी खिष्पी की,
तापजल पूकी रंजीनी शूगीरी,
भखत वर्षन चिपमादी आपरी की,
जीतार
नाशिंप
गंगजल लिए चलू,
दाजू सुखी उम्परिनु स्रीकी,
जमा पगड़ की उसी,
जमा कैसे जाना ना,
जमा पगड़ की उसी,
जमा कैसे जाना ना,
ताया जाओं जाना ना,
मैया जमा जाना ना,
ताया जाओं जाना ना,
मैया जमा जाना ना,
जमा पगड़ की उसी,
जमा कैसे जाना ना,
जमा पगड़ की उसी,
मुझा परोपरे,
खोतराज जाना ना,
मुझा परोपरे,
खोतराज जाना ना,
ताया जाओं जाना ना,
मैया जमा जाना ना,
ताया जाओं जाना ना,
मैया जमा जाना ना,
जमा पगड़ की उसी,
जमा कैसे जाना ना,
जमा पगड़ की उसी,
जमा पगड़ की उसी,
जमा कैसे जाना ना,
जमा पगड़ की उसी,
शिपाख गबर में तीरी गी खुलेज बारा,
ये शमा तक पनी वलेज बमणियमा,
चपयी शम करारे मरगे रुशा,
सराखान बटूल कलेज बमणियमा,
पातल पखता गंदि मरचिता क्रा,
महादिर पखते चारे लेज बारीयमा,
जसाला ताता वकंग, बलाकी सजाना ना,
दाया जमजाना ना,
दाया जमजाना ना,
दाया जमजाना ना,
जमा पगड़े की उठी,
जमा के सजाना ना,
जमा
पदले की उठी,