एक वक्त का खाना कम खा लेना,
लाख मुसीबत आ जाए,
रो लेना, भीक मांग लेना,
पर कभी किसी अपने से मतब की भीक मत मांगना।
पहली बात तो ये आपकी मतब नहीं करेंगे।
और मान लो अगर मतब कर भी दिया,
तो ज़िन्दिगी भार उतका ऐसान जटा,
जटा कर आपको जीने नहीं देगे।
और ऐसाबी नहीं यह इके, जो मतब उन्होंने की है,
वो आपको वापस नहीं कर रहे हैं।
वापस भी करना है।
लेकिन तब तक उनके हर हुकुम को मानना है,
उनके हर तानों को सुनना है.
अगर आपसे एक छोटी सी गल्ती हो गई न,
तो वो आपको एसे ट्रीक करेंगे ज़िसे दुनिया के सबसे बुरे इनसान आप हो,
उनके सबसे बड़े दुस्मन आप हो.
वो बाते तो दीन धर्म की करते हैं,
लेकिन उस उपरवाले की एक नहीं सुनते हैं.
वो भूल जाते हैं कि बुराफ़क किसी एक पर बुकर्रर नहीं है.
आज साम है, तो कल समेरा भी होगा.
आज हम पर है, तो कल तुम पर भी होगा.
आज हम पर है, तो कल समेरा भी होगा.
आज हम पर है, तो कल समेरा भी होगा.
आज हम पर है,
तो कल समेरा भी होगा.
आज हम पर है, तो कल समेरा भी होगा.
आज हम पर है, तो कल समेरा भी होगा.
आज
हम पर है, तो कल समेरा भी होगा.
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