हजारों आपतें लेकर किसी बुत पर शबाब आयाजो आया भी तो यूँ आयाकि जालिम बेहिसाब आयाये शोर है गली गलीये शोर है गली ग�리 के वो ज़वान हो चलीये शोर है गली गली के वो ज़वान हो चलीये शोर है गली गली के वो ज़वान हो चलीनजर में एक सुरूर है आदा नशे में शूर हैये कहरही है शोगीयां के बात कठ ला हैयूझी नही इधर उधर मची हुई ये खलबलीये शोर है गली गली के वो ज़वान हो चलीवो मस्त्यियां मे खेरती नजर नजर को खेरतीवो मस्त्यियां मे खेरती नजर नजर को खेरतीयहां वहां कहां कहां निगाहे नाज फेरतीदिलों को लूटती हुई चली व मन जली जलीशोर है गली गली के वो ज़वान हो चलीहसीन है जवान है किसी के दिल की जान हैवो कौन खुश नसीब है यह जिस पे महरुबान हैजिधर से वो गुझर गई महकती कली कलीशोर है गली गली कے वो ज़वान हो चली