ये शाम के तनहाईया ऐसे में तेरा भम
बद्दे कही खड़के भवा आई तोचों पे हम
ये शाम के तनहाईया ऐसे में तेरा भम
जिस राह से तुम आने को थे उसके निशा भी इतने लगे
आई ना तुम सोचो तो आए गए मौसम
ये शाम के तनहाईया ऐसे में तेरा भम
जिस राह से तुम आने को थे उसके निशा भी इतने लगे
आई ना तुम सोचो तो आए गए मौसम
ये शाम के तनहाईया ऐसे में तेरा भम