दिल को उमीद है अब तक तेरे लोटाने की प्यास के तश्ट में बारिश का ख्याल अच्छा है
हम पे जो गुजरी सो गुजरी मगर अब सोचते हैं
तुझ से फिर मिलके बिछडने का मलाल अच्छा है
कम से कम चाक तो होगा ही लिबासे ताजीर
बेगरी ओड के सोने का माल अच्छा है
ये आरजू थी के खुशबू से दोस्ती करते
ये आरजू थी के खुशबू से दोस्ती करते
गुलों के देर में बढ़ते
कैसे हम भी जिन्दगी करते
ये आरजू थी के खुशबू से दोस्ती करते
ये आरजू थी के खुशबू से दोस्ती करते
ये आरजू थी के खुशबू से दोस्ती करते
ये आरजू थी के खुशबू से दोस्ती करते
ये आरजू थी के खुशबू से दोस्ती करते
सभी निसा की कुटोफे बगदरे जर्फ दिये
हमें वो मिलता तो हम पेश कश्नगी करते
ये आरजू की के खुशबू से दोस्ती करते
ये आरजू की के खुशबू से दोस्ती करते
मेरे कलम की खमाशी ये कह रही है सोहे
कुछ अपने दिल पे गुजरती
तो शायरी करते ये आरजू थी के खुशबू से दोस्ती करते
ये आरजू थी के खुशबू से दोस्ती करते
गुनों के दिल में बसल हम हैं जिन्दगी करते
ये आरजू थी के खुशबू से दोस्ती करते
Đang Cập Nhật
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