आर्टे स्टुडियो दिल्ली में
गरम को के चुल्ला धरवे नहीं बीडी
एसा की पियवा हमार मिसितीरी
गरम को के चुल्ला धरवे नहीं बीडी
एसा की पियवा हमार मिसितीरी
उनकासे मौन साफा
गाईल बट चीड़ी
एसा की पियवा हमार मिसितिरी
एसा की पियवा
हमार मिसितीरी
देखो जख हो अईसे जखरी है नई हर जाएं भाग हो
अपने प्रियावा हमार मिस तेरी गरम का के चुल्ला धरंबे नहीं बीडी