ये रास्ते पर तू चले
खाबने
बुनते हुए
नगर नगर डगर डगर यो तू वैथा चला
सपने अजारों संग अपने तर करता चला
नगर नगर डगर डगर यो तू वैथा चला
सपने अजारों संग अपने तर करता चला
ये रास्ते पर तू चले
खाबने
बुनते हुए
हसी तेरी जो छेहरे पे है
उसको ले चला यपनी तेरी जो आखों में है
बर्सों था सदा
ओ बावरे
उन खाबों को जीले तू यहाँ नहीं है कुछ इन राहों से और खाबों से परे
ये रास्ते पर तू चले
खाबने
बुनते हुए
Đang Cập Nhật
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