राखी की डोर ने बांधारिष्टा भाई बेनों का कच्छे धागों ने जोडापक्का रिष्टा जनमों का ये राखी तो प्यार का उच्छव हैये रिष्टों का बंधन हैये राखी तो प्यार का उच्छव हैत्रिष्टों का बंधन हैभाई की कलाई राखी से जब बहना खूब सजाएभाई की कलाई राखी से जब बहना खूब सजाएबहना के शुब हाथों से भाई की बला तर जाएवो चंदने रोली हल्दी कुम-कुम का तिलक माथे पेभाई के आशिस से ही बहना की खुशी जीवन वे भी राखी तोये राखी तो प्यार का ओच्छव है, रिश्टों का बंधन हैये राखी तो प्यार का ओच्छव है, रिश्टों का बंधन हैराखी की डोर ने बांधा, रिश्टा भाई वैनों काकच्छे धागों ने जोड़ा, पक्का रिश्टा जनमों काये राखी तो प्यार का ओच्छव है, रिश्टों का बंधन हैये राखी तोप्यार का ओच्छव है, रिश्टों का बंधन है