मशकूर हमें इस गुर्बत दा
सेजा मेरी आद भुदाई नहीं
भमे गर्या से, भमे बारा से
किर सेजा सुहार दिवाई नहीं
लही मरदा वांगू नाल मेरे
ये किती पल दी लापरवाई नहीं
सब लग देलींदे छोड़ गये
ते घट दा किर एस जुदाई नहीं
अंबियां दा भूर होंदा
छड़ जावे चनमा ही
पिछे जीवन खूड होंदा
दतनिब भी नहीं जो यार यारियां क्यों तुलाईं वे
नहीं चुक सकता जे भार यारियां क्यों तुलाईं वे
दतनिब भी नहीं जो यार यारियां क्यों तुलाईं वे
लुट के चैन करार तुसादे हुण क्यों कर नैनकरे ये डाधे
कुई सावे रुख माया जद दतों खड़ियारे सादे रुजगे चुक माया
लुट के चैन करार तुसादे हुण क्यों कर नैनकरे ये डाधे
जे तु बंजना है डोला पार यारियां क्यों तुलाईं वे
सावल नु प्यार दबल सिखाके सादे दिल दे चमन खिलाके
छट रावियों पार गया तुर गया चनना ही नो साड़ी जिन्दगी उजाड गया
सावल नु प्यार दबल सिखाके सादे दिल दे चमन खिलाके
जे करनी है तु जाड यारियां क्यों तुलाईं वे
लकुनिभदी नई जो यार यारियां क्यों तुलाईं वे
जाकिर नु तु मन तु लाया गहरा नाल तु जशन मनाया
कोई जोर मैं गायां दा तु केड़ा मुल पाया धोला यारियां लायां दा
जाकिर नु तु मन तु लाया गहरा नाल तु जशन मनाया
जे तु चड़ना हाई विचकार यारियां क्यों तुलाईं वे
लकुनिभदी नई जो यार यारियां क्यों तुलाईं वे
नाई चुक सकता जे भार यारियां क्यों तुलाईं वे
लक�uniभदी नई जो यार यारियां क्यों तुलाईं वे
यारियां क्यों तुलाईं वे