इन राहों में निगाहों में है तू
है बस तुझे ही पाने का जूनों
एक अन्कहे जजबात सा है जो
हर पल में हर एक बात में है तू
सन्ते दे ए सुकून दिल को मिला
है अब तु मेरी दूआ यारा
मुझे तु बता
वासता प्यार का
आर मुकस्माल है अब तु मेरा जहां
इस
दिल
में है
तेरी चाहते
तेरी सोहबते
मेरी राह्ते
इस
दिल
में है
तेरी चाहिते
तेरी सोहबते
मेरी राह्ते
एक यादती एक आसती तेरे
आजाए तू बन जाए अब मेरे
आजाए
अब आभी जा तो जरह
तेरे लिए
ये पल है ठेरा हुआ
यारा
मुझे तू बता
क्यू हुई ये दूरिया