तुझे को जगवादी हैतुझे को जगवादी है ये सोच के दिल मेरे हर पल घबराती है हर पल ये रुलाती हैवो है कैसी यादे जो यादे ना आए वो इश्क भी कैसा इश्क जहाँ जाने नदे जाओये कैसा तवाई है, ये कैसा रियाई हैतुझ को जगवादी है, ये सोच के दिल मेरेहर पर घबराती है, हर पर ये रुनाती हैवो है कैसे यादे, जो यादे ना आएवो इश्क भी कैसा इश्क, जहां जान ना लेगाये कैसे जुदाई है, तुने ऐसी सजा दी हैके उमर भी कट जाए, ना दर्दी हैना दर्दी ये मिठती हैये कैसे जुदाई है, तुने ऐसी सजा दी हैके उमर भी कट जाए, ना दर्दी हैना दर्दी हैके उमर भी कट जाए, ना दर्दी हैके उमर भी कट जाए, ना दर्दी हैये कैसे दबाई है, ये कैसा रहाई हैतुझरों को जब भाव दिए, ये होसका दिल मेरे हर पिल घवराती है, भर पिल रुडाती हैवो है कैसे यारे, जो रादे ना आयेवो इश्क भी कहता है इश्क जा जाने में भी जानेवो इश्क जाने में भी जाने