जाद करता है जमाना उन्हीं इन सानों कोजोप लेते हैं जो बरते हुए तूफानों कोजाद करता है जमाना उन्हीं इन सानों कोआप हे अपने तड़पने का मजाअपने तड़पने का मजा लेते हैं अस्के हर गम को सीने से लगा लेते हैंगम से डरते हुए देखा नहीं जीवानों कोयाद करता है जमाना उन्हीं इनसानों कोमुद्बुराता है कोई भरता है आहे कोईचल दिया फेर के अपनों से निगाने कोईरह गया दिल में दबा कर कोई अर्मानों कोयाद करता है जमाना उन्हीं इनसानों कोआहे को इनसानों कोकरती हैजिंदगी उनके पदम तुम लिया करती हैउनकी हिम्मत पे पुशी नाज किया करती हैजिंदगी उनके पदम तुम लिया करती हैजो बहारों से सकेविरानों को याद करता है जमाना उन इंसानों को रोक लेते हैं जो बढ़ते हुए तूपाना को