याद है बाते तरी
आ रही आहटे तरी
याद है बाते तरी
आ रही आहटे तरी एहसास क्यू
ये हो रहा तरी आदों में
दिल ये खो हो गया
एहसास क्यू ये हो रहा तरी आदों में
दिल ये खो हो गया
तरी ब時候 का सावन हिभो गया
या मेरा दिल ये खुड़ी ओपडा
जो साथ में वादे की ये क्यों तोड़ कर यूँ चल दी
अब अखेला रहू मैं चल रहा, हर लमह तुझ को ढूंड़ता
तेरी बीद का सावन भी ओगया
जिन्ग्रा मेरा दिल ये कुद ही ओपडा
मन्जीलों की राहे तू ही सपनों की चाहे तू ही
खोल देना बने तू भी जाने जा
जिन्गी में रंग तू ही जीने की उमंग तू ही
चल देना संग तू भी साथिया
अब देना मुझे को तू यूजजा
मैं सेहना पाऊ ये दूरिया
देना मुझे को तू यूजजा मैं सेहना पाऊ ये दूरिया
देरी बीद का सावन
भिगो गया
जा मेरा दिल ये कुद ही ओपडा
जा मेरा दिल ये कुद ही ओपडा