सरसंपे मोती सी चमके।
ओज सुभाए के उजाले में।
आजे कर से मैं आना ओया।
इस धाम निराले में।
जब आई याद पुराणी गाम की
आपा खोवन लगया।
मिरे गाम की गड़िया में
मिरा बचपन तोवन लगया।
गाम में बड़ते आया रजबाया। जी में खूबन आया करते हम।
नीम खड़िया था सुख्खा। जिसकी निमोडी खाया करते हम।
सुन्या बन्या एक पोध नया। जोड़ पे कुआ खाली था।
सिवाले पे किरतन चाल्या करते। आज बमन ठाली था।
सबेरे अला भजन इब,
डीजे सोंगेल जंग जोवन लगया।
मेरे गाम की गड़िया में,
मेरा बच्पन तोवन लगया।
आगया मैं बितर लेगर,
जड़े सब कठे बशा करते थे।
छोटी बात्यापं मखोल बनाके,
सारे अशा करते थे।
यो मंदर छोड़ के सुनना,
नोरे मरी आयस होगी,
दर्थी पशुरक किसा था,
दादी बच्गी बतावन जोगी।
मिठी आध्यां के बीज,
मन पापी में भोवन लगया।
मेरे गाम की गड़िया में, मेरा बच्पन तोवन लगया।
जिसमें राबडी गुटी कुट चित गये,
मुखड जालेयाने गेरेया।
लुकमी चाही खेली थी,
वो कोठडा इब चुपपी सी ले रेया।
उसका जल पाड़नाली जगपे,
आज दीवा नहीं दिख्या मन।
पत्थर के पाड़ ते आई याद,
कद चाकी फेरना सीख्या मन।
बड़े चाओ ते खाय जो,
चुले पे मंडे पोवन लगया।
मेरे गाम की गड़िया में,
मेरा बच्पन तोवन लगया।
पींग गल्या करती जिसमें,
वो बड़ भी तूट लिया था।
भोल का जैका, रुक का कुलफी का, पच्चे चूट लिया था।
बित्ती डंडा,
कांच गोली,
पिठु फोड की ठिक्कर नहीं बची।
कटे का जोड़ा,
मेट और तक्ती,
सब मिठी कहाणी नहीं जची।
आन दे बाब्याने करके याद,
मैं दर्द लक होन लागया। मेरे गाँप की गड़िया में,
मेरा बच्पन्त होन लागया।
एक छोटे कद की ताई,
रिष्ता पाका लागया करता। मैं बाढक,
उसके पोत्यां का काका लागया करता।
सवा मनी,
राती जगा, बेली, उसके आथ में न्योकते थे।
बड़े लाडता राख्या करती, जणू हम भी उसके पोत्य थे।
वारही न मदर्द डरेशा,
सोचके जी रोवन लागया।
मेरे गाँप की गड़िया में, मेरा बच्पन्त होन लागया।
पुरानी थाई जणू,
मेरे कानी आथ लावती। आजा चोर सिपाई खेल लाँगे,
न्यो मने बुलावती। उस बुत्याणी गाल में,
घर पक्के होली थे सारे। चून कठा कर रोटी खवाई,
वे कुट्टे लागे सेखारे। काठ के टेक्टर,
पुनम का मेढा,
देखे
मेरा बच्पन तो होनदा गया।
माटी बोली आड़े सिख्खा चालना,
आज के खुदा हो गया।
रह राजदीप तुम इस बाड़ समंते,
क्यों करजुदा हो गया।
जवाब मैं आशू रोक ना पाया,
हो गया डिलात्योर मेरा।
कोड़ी बरली दुझी जननी की,
कुछ ना चालया जोर मेरा।
निव खेत में ओई रात,
आँख मूंद के सोवन लागया।
मेरे गाम की गड़िया में,
मेरा बच्पन तो होनदा गया।
रह मेरे गाम की गड़िया में,
मेरा बच्पन तो होनदा गया।