एते वे माते की बुंदिया
आखोंसे ले गई रे निंदिया
ये ते ने माते की बुंदिया
आखोंसे ले गई रे निंदिया
ऐसे कभी रूट के ना जाना
सुनने के मेरी अपनी कुछ सुनाना
ये तेने माते की बुंदिया
आखोंसे ले गई रे निंदिया
ऐसे कभी रूट के ना जाना
सुनने के मेरी अपनी कुछ सुनाना
ये तेने माते की बुंदिया
आखोंसे ले गई रे निंदिया
किसमत से मिलते हैं दो दिल
मेले में इस जिन्द़िगी के
किसमत से मिलते हैं दो दिल
मेले में इस जिन्द़िगी के
घिलते नहीं सबके मनमें
इस तई यह कैसे पूछी
डो दुनी के
में इस तरह ओँचे बुषियके
ए तेरे माते की भिन्दिया
आनकोँ से दे गई रे निन्दिया
ए तेरे माते की भिन्दिया
आनकों से दे गई रे निन्दिया
ऐसे कभी रुट के नहिं जाना
सुनके मेरी अपनी को सुनाना
ए तेरे माते की भिन्दिया
आनकों से दे गई रे निन्दिया
मुतिमा मुतिमा
शीझे से नाज़ब है ये दिल
देखो गई ये नथूटे
शीझे से नाज़ब हो ये दिल
देखो गひी ये नथूटे
अम जान दे दे के अपनी
तूम जो रहे हम से वूते
अम जान दे दे के अपनी
तुम जो रहे हम से वूते
ये देरे माते की भिदिया
आकों से ले गई र fabrication
ये देरे माते की भिदिया
आकों से ले गई र भिदिया
ऐसे गभी रूट के ना जाना
सुल्ग मेरी अपनी कुछ सुनाना
ये देरे माते की भिदिया
आकों से ले गई र भिदिया
आकों से ले गई र भिदिया
आसों में, आँखों में, दिल में
बिन तेरे कोई नहीं है
आसों में, आँखों में, दिल में
बिन तेरे कोई नहीं है
देरे मभावत के गम से
दुर्ञा में देरी भस्य है
मीथी मीथी तेरे बतिवा
आखों से ले गई र भिदिया
मीथी मीथी तेरे ब TWO भस्या
आखों से ले गई र भिदिया
ऐसे नहीं रोट के न जाला
सुलथे के ले अपनी बहवात सुला
ये तेरे माठे की बिंदिया
आखों से ले गई र भिदिया
ये तेरे माठे की बिंदिया
आखों से ले गई र भिदिया
ऐसे नहीं रोट के न जाला
सुलथे के ले अपनी बहवात सुला
ये तेरे माठे की बिंदिया
आखों से ले गई र भिदिया