या रब है यही दिल की सदा अब के बरस भीरखना मुझे मसरूफ सना अब के बरस भीया रब है यही दिल की सदा अब के बरस भीहर साल की तरहा है दूआ अब के बरस भीतैबा मेरे अल्लाह दिखा अब के बरस भीया रब है यही दिल की सदा अब के बरस भीदीदार मदीना को तरस्ती रही आखे दीदार मदीना को तरस्ती रही आखेपैगाम नहीं लाई सबा अब के बरस भीरखना मुझे मस्रूफ सना अब के बरस भीया रब है यही दिल की सदा अब के बरस भीबरसोंसे मेरे दिल में है तनहायका मौसंदेखी ना मदीने की फजा अब के बरस भीतहवा मुझे दिकला दे खुदा अब के बरस भीया रब है यही दिल की सदा अब के बरस भीया मेरे अल्ला या मेरे अल्लातनहायका खनजर है मेरी रूह में बैवसमरहं हो मेरा खा के शिफा अब के बरस भीरखना मुझे मस्रूफ सना अब के बरस भीया रब है यही दिल की सदा अब के बरस भीबारिश को बरसते हुवे देखू में हरम मेंआखों में है एक खाब नया अब के बरस भीरखना मुझे मस्रूफ सना अब के बरस भीया रब है यही दिल की सदा अब के बरस भीदरबार में आकर में सुनाऊं नईनातेहो जाए इजाजत जुशाह अब के बरस भीरखना मुझे मस्रूफ सना अब के बरस भीया रब है यही दिल की सदा अब के बरस भीकैसे नहटे दूर अंधेरा मेरे आकाकिरनों से लिखी मैंने सना अब के बरस भीरखना मुझे मस्रूफ सना अब के बरस भीया रब है यही दिल की सदा अब के बरस भीखुश हो के महाबत से कहे एहले महाबतया रब है यही दिल की सदा अब के बरस भीखुश हो के महाबत से कहे एहले महाबतदीवान उजागर का छपा अब के बरस भीरखना मुझे मस्रूफ सना अब के बरस भी