या नभी हो करम की नजरिया
देखलू मैं भी तैवा नगरिया
या नभी हो करम की नजरिया
तेरी उलफत में जलता है सीना
सुन ले ताज़ दारे मधीना
जीना मुश्किल हुआ दे रहा हूं सदा
मीझे अब तो मोरी खाबरिया
या नभी हो करम की नजरिया
देखलू मैं भी तैवा नगरिया
या नभी हो करम की नजरिया
वासता सईदा पात्मा का
वासता तुमको आले इबा का
मुझे पे शाहे उमम कर दो नजरे करम
छाई है मुझे पे काली बदरिया
या नभी हो करम की नजरिया
देखलू मैं भी तैवा नगरिया
या नभी हो करम की नजरिया
बीच मंझदार है मोरी नईया
और कोई नहीं है किवईया
रह्मते दो जहां मोनि से बेकसा
दूर हो आफतों की भवरिया
या नभी हो करम की नजरिया
देखलू मैं भी तैवा नगरिया
या नभी हो करम की नजरिया
तेरा दर छोड़ किस दर पे जाऊँ
हाल दिल का किसे मैं सुनाऊँ
शाह कोनो मका शाफाए आसिया
है कथिन मोरी जीवन दकरिया
या नभी हो करम की नजरिया
देखलू मैं भी तैवा नगरिया
या नभी हो करम की नजरिया
खौफे महशर नहीं मुझको महसिल
मेरा इमान है यही महसिल
हशर के रोज वो मेरी इमदाद को
आएंगे मोरे अरबी सावरिया
या नभी हो करम की नजरिया