पाव तो हर पड़ते हैं
अंगन जगमगाईल डेगे डेगे चलके खुसी घारे आईल
लगता रुकमनो देवी के रुपवाद कोई के सोरा सिणार हो
तोहरा यहीलासे आहिल बहार हो घरवा लागे बृंदाबन हमार हो
एक तातो सोनर
दूजे हरे कहूनार
तोहरा में भारल बावे
घर परिवार के बड़ी राखेलू जतान से निकल छन
परल बावे
लेलू सबके दिलवाई भौजी ऐसन बाबोली बेवहार हो तोहरा
यहीलासे आहिल बहार हो घरवा लागे बृंदाबन हमार हो
दुखा बाबालया तोहरसे
कुसो दूर राहे कहीं भगवान जी से
हमरो उमीर्या लाग जाए तोह के जीयतू साल हजार हो
तोहरा यहीलासे आहिल बहार हो घरवा लागे बृंदाबन हमार हो