जै विश्वनात हरे बाबा जै विश्वनातजै विश्वनात हरे बाबा जै विश्वनात हरेकाशी दाम विराजे आर्थिव रूप धरे बाबा जै विश्वनात हरेपरुणा असी और गंगा तीनों का संगम वाराणसी में गूजेवाराणसी में गूजे हर हर हर बंबंबाबा जै विश्वनातजै विश्वनात हरेपावन गंगा तीरे निथ्य निवास करेपावन निथ्य निवास करेभर अपने वास करेभर अपने भक्तों काभर अपने वास करेजीवन सुख से भरेबाबा जै विश्वनात हरेदम्रु नाद बच्छेजावत जो महिमा गावतविश्वनात जी की कृपा सेसब सुख वो पावतबाबा जै विश्वनात हरेबाबा जै विश्वनात हरेसाथ बसें अन्पूर्णा माता जगदंबाजग के पालन पोषणजग के पालन पोषणदेवो अव लम्बाबाबा जै विश्वनात हरेदेवो अव लम्बादेवो अव लम्बाताशी के कोतवाल हो भृवणात तुम्हींताशी के कोतवाल हो भृवणात तुम्हींकाशी के कोतवाल हो भृवणात तुम्हींविश्वनात साजग में और कोई नहींबाबा जै विश्वनात हरेपूजन थाल सजाकर आरती जो गाएसब सुख भोग जगत केसब सुख भोग जगत केकिवपद वो पाएबाबा जै विश्वनात हरेबाबा जै विश्वनात हरेताशी धाम विराजेपार्थिव रूप धरेबाबा जै विश्वनात हरेबाबा जै विश्वनात हरेजै विश्वनात हरेबाबा जै विश्वनात हरेकाशी धाम विराजेकाशी धाम विराजेपार्थिव रूप धरेबाबा जै विश्वनात हरेबाबा जै विश्वनात हरेबाबा जै विश्वनात हरे