Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650
सबी देवता जिनके आगे शीष नवाते हैं
वो
सबी देवता जिनके आगे शीष नवाते हैं
सारे जगत के पालन हारा वो कहलाते हैं
रिशी, मुनी, ईश्वर कह करके इनको द्याते हैं
नर-नारायन, कुर्शोतं भी इन्हे बुलाते हैं
जै-जै विश्णू भगवान
बहुत से अवतारों में प्रभूने धरा से पाप
मिटाएं राम बने दशरत घर जनमें दशरत लाल कहाईं
कभी किष्ण के रूप में आकर देव की गोद भराएं वासुदेव नंद गाओ ले गय
यशोदानंद कहाईं सोला कलाओ का संपूर्ण इन को है ज्यान जै-जै विश्णू भगवान
युग बीते प्रभु प्रगट हुए तब सुरिष्टि से जोडा नाता
ब्रह्मा जी ने रची ये सुरिष्टि विश्णू भाग्य विदाता
हाँ युग बीते प्रभु प्रगट हुए तब सुरिष्टि से जोडा नाता
ब्रह्मा जी ने रची ये सुरिष्टि विश्णू भाग्य विदाता
भोले शिवशंकर ने सुरिष्टि का संघार समाला
ब्रह्मा विश्णू महेश नाम का जग में हुआ उजाला
उनहीं के वितारों का अब हम बज़ते हैं नाम
जै विश्णू भगवान, जै जै विश्णू भगवान
विश्णू जी ये विश्णू भगवान
विश्णू जी ने द्वापर युग में लिया कृष्ण
अवतार मतूरा जेल मैं जनम लिया छूम उठा संसार
विश्णू जी ने द्वापर युग में लिया क्रिष्ण अवतार
मतुरा जेल में जनम लिया जूम उठा संसार
अश्ट मिका वो दिन था देवकी के जागे थे भाग
वासु देवकी के ननदन बन के आये सौबाग
विश्णू जी के अवतारी का करते हैं गुन गान
जै विश्णू भगवान जै जै विश्णू भगवान
क्रिष्ण के अवतारी बन कर रक्षसों को संघारा
कितने ही लोगों को क्रिष्ण ने कश्टों से भी उबारा
बाल रूप माखन चोरी कर गोपिन को चकाया
बनसी धर लीलाधर काना नाम वही से पाया
जै जै विश्णू भगवान जै जै विश्णू भगवान
त्रेता में श्रीराम रूप थे विश्णू के अवतारी,
अवधनगर के राजा भी बने वन के भी अधिवारी
त्रेता में श्रीराम रूप थे विश्णू के अवतारी,
अवधनगर के राजा भी बने वन के भी अधिवारी
पिता की आज्या पालन को गए चौधः वरश बनवास,
ब्राता लख्षमन पत्नि सिया संग छोडा राज सब पात
की प्राळड्म भी बनते ैंगे पंएऋ जाते ही स्वमते ablegaur,
stat Mark.
यह फिरीं पर कया संपादे हैं विश्णू कै
सौ भगवाणि से सेम्मालक़िए से माढिय है,
ایک ہے وشنو جی کا سب سے ادھبت جی اوتار
ہیرلیا کشیپ راکشش کا جب کرنا تھا سنگار
بڑا ہی پاپی تھا راکشش سنطان مگر بڑی پیاری
بھکت پرلاد کی بھکتی سارے بھکتوں میں تھی نیاری
بھکت پرلاد صدا جپتا تھا وشنو جی کا نام
جی وشنو بھگوان
جی جی وشنو بھگوان
جی جی وشنو بھگوان
جی جی وشنو بھگوان
ہیرلیا کشیپ کرتا تھا پرلاد کو نت پریشان
ملا تھا جو بردان اسی پہ تھا اسے بڑا بیمان
ہرلیا کشیپ کرتا تھا پرلاد کو نت پریشان
ملا تھا جو بردان اسے تھا اسی پہ بڑا بیمان
مانگا تھا ور مار سکے نہ استر شستر نہ کوئی
گھر میں ہوں یا بیتر مجھ کو مار سکے نہ کوئی
ایسے پاپیوں کو بھی پربو جی دیں کیسے
بردان جی وشنو بھگوان جی جی وشنو بھگوان
جی جی وشنو بھگوان جی جی وشنو بھگوان
رکھ شا کری پرلاد کی جب اسے پتا نے مار نہ چاہا
نرسنگ کا ابتار لیے پرلاد کو جب تھا بچایا
رکھ شا کری پرلاد کی جب اسے پتا نے مار نہ چاہا
نرسنگ کا ابتار لیے پرلاد کو جب تھا بچایا
دہلی پر جانگوں پہ بٹھایا پھاڑا اس کا سینہ
ہلیا کشپ چیخ پڑا اب نہ تھا اس کو جینا
پاپی نے پایا اپنی کرنی کا تھا انجام
جی وشنو بھگوان جی جی وشنو بھگوان
ہلیا کشپ کا بھائی تھا نام اس کا ہلیاکش
یتھ کیا وشنو نے افتردت ہو کے تبھی پرتیحکش
شریوارہ ابتار تھا وہ جب یدھ میں اسے ہرائے
اس پاپی راکش سے پربو تھے پرتھ بھی واپس لائے
پاپ کا انت ہے مرتیوں کیول رکھنا صدا یہ دھیان
چاہے رام یا کرشن یا نرسنگ سب وشنو ابتاری
سارے ابتاروں کی محمہ بھکتوں جگ سے نیاری
چاہے رام یا کرشن یا نرسنگ سب وشنو ابتاری
سارے ابتاروں کی محمہ بھکتوں جگ سے نیاری
کل یگ میں کل کی کے روپ میں آئیں گے ناراین
پاپوں کا یہ انت کریں گے پاپوں کا ہوگا پلاین
مکت ملے گی جو بھی جپے گا شری ناراین نام
جی وشنو بھگوان
آؤ ہم بھی وشنو ناما ولی کو دل میں بسا لیں
شری وشنو کے کوچ کو دھارن کر لیں من میں سمالیں
آؤ ہم بھی وشنو ناما ولی کو دل میں بسا لیں
شری وشنو کے کوچ کو دھارن کر لیں من میں سمالیں
انت سمی جب آئے بھکتوں اٹکیں گے نہیں پران
شری ناراین اچھارن ہے مکتی موکش کا وان
ناراین سے بڑا ہے بھکتوں ناراین کا نام
جی وشنو بھگوان
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