वीर वरवाला जी मेरे तो हो राजी
हो वो मेरे सुपने में आए रे
कप यत फेरे
बाग खुल गे तेरे
कटे सब यत फेरे हो कुछ हो के दर्शन दिखे लाई
वीर वरवाला जी मेरे तो हो राजी
दिन भर रोई रात नेना सोई जोत बाती करके
दुख क्या तेरा
पाते मन देरा कुछ कहे दे जी भर के
दुख की भरी कहानी बाबा मत पूछो परशानी दिल मेरा रोता है
कश्ट घणा होता है
वो तू खोले के जू ना बतिलाई वीर
वरवाला जी
मेरे तो हो राजी
वीर
वरवाला जी मेरे तो हो राजी
गणी मेहती ना बेटा बेटी
ओ तुखाली मेरी बातेरी धुनली तेरी तेरी सुनली मितेशनीता तेरी
दुखना काटेगा कश्ट मेरा बाटेगा
दुखना काटेगा
कश्ट मेरा बाटेगा
वो तू बेटी क्यों घणा होता है वीर वरवाला जी मेरे तो हो राजी
वीर वरवाला जी मेरे तो हो राजी
सूरत प्यारी वीर पलेकारी
मधूर मुस्काई थे
प्यारी वीर
पलेकारी मधूर मुस्काई थे
वीर वरवाला जी
मेरे तो हो राजी
वीर वरवाला जी मेरे तो हो राजी
लाल चोपाऊं धरश को जाऊं
कराऊं धारां भंदाराल
भोत करवाईये भूले मत जाईये बोलिये जेकारा
भी अब गापे भजन बाला जी के ज्यान गुर से सीखे
वो ये सबके माते को भाईवी वीर वरवाला जी मेरे तो हो राजी
वो कुसी हो के धरशने दिखिलाई
जी मेरे तो हो राजी वीर वरवाला जी