वैराज्ञी कितने प्रकार का होता है?
तो तीन प्रकार बताई गयें वैराज्ञे के
मरखत, मरघत और सच्चा वैराज्ञे
मरखत वैराज्ञे के उन्हें कहा घर में झगड़ा हो गया
जा रहा हूँ मैं तो हरिद्वार आज के बाद कभी वापस नहीं आऊँगा।
हरिद्वार की ट्रेन तक गए,
ट्रेन आने ही वाली थी कि उसी समय घर में सोनु मोनु की याद आगई,
घुंगःं के वापस आगे।
इसको कहते हैं मरखट वेराग्य जो थोड़ी देर के लिए आगा।
एक होता है मरख़ट वेराग्य,
जब हम किसी शब सय्या के साथ जाते हैं उस समय एक ही नाम सुनाई दिता है,
राम नाम सत्य है, बाकी सब असत्य है।
तो भाईया, आप किसे यासे।
बच्चपन से आप सिखाते हों कि वेटा यहा ही तुमहारा गहर है,
यहा ही तुमहारा ममी है,
यहा ही तुमहारे पापा है,
जवानि मैं बताते हूं कि वेटा खूब कमाऊँ,
धमाओँ,
इसी में जिन्दगी है
और जब पिंजरे का पंची पिंजरे को छोड़ जाता है
तब अंत में आप उसके पिछे पिछे चिल्लाते हो
राम नाम सत्य है बाकी सब असत्य है
तो आप किसको सुना रहे हो
अब तो वो गया ना
जो चीज बच्चपन से सिखानी चाहिए वो हम
मरने के बाद जोर जोर से चिल्लाते हैं
तो तब वेराग गयाता है कि भाईया देखो ये इतना बड़ा सेट था
योईं हाथ फेला के जारा है कुछ भी इसके सांथ नहीं जारा है
कई बार हम देखते ना शमसयया के पीछे फूल और पैसे फेके जाते हैं
वो पैसे इसलिए फेके जाते हैं कि जीवन भर
तू करता रहा हाई धन थोड़ा हाई धन थोड़ा
ले हम अब तेरी छाटी के उपर पैसा फेक रहे हैं
तेरे में हिम्मत हो तो तू ये सिक्के उठा कर बता हैं
ये खाया जाता है तो उस समय वेराज्य आता है कि भाईया इसके
सांथ भी कुछ नहीं गया हमारे सांथ भी नहीं जायेगा
चलो भजन कर लो लेकिन घर आये तो वापिस वही घर ग्रहस्ती में हो रहे हैं
एक होता है आखरी सच्चा वेराज्य कि बच्चपन
से जब जन मुआ तभी से भगवान की भक्ती है
और धीले धीले वो भक्ती द्रण होती जाती है
और फिर वो सन्यास का रूप ले लेती है वो होता है सच्चा वेराज्य
आजकल मरखट मरखट वाले ज़्यादा हैं सच्चे तो बहुत कम हैं
क्यूंकि कलियोगी
बताया गया अब भगवान के पास वो बहेली आया
यह तीर मार दिया जैसे ही खुन निकला भगवान के पास गया जाकर देखा
तो भगवान से शमा मांगी प्रभु गलती हो गई शमा कर दो मुझसे बहुत बड़ी गलती
हो गई भगवान कहते है कोई बात नहीं यह सब मेरी अक्षा से हुआ है इसमें
तुम्हारी कोई गलती नहीं है इसप्रकार कथा राजः परिक्षित जी को सुगदेव जी न सु
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật