या या या
विचर
एलागा दून सिरी
काली घाटी से साउन
वादी से साउन
बेस पड़ता कानों में तो छाती करे बाउंस
तुसको आके मैं नचाओं
ये घाटी फला साउन
बेस पड़ता कानों में तो छाती करे जाओं
काली घाटी से साउन
वादी से साउन
बेस पड़ता कानों में तो छाती करे बाउंस
तुसको आके मैं नचाओं
ये घाटी फला साउन
बेस पड़ता कानों में तो छाती करे जाओं
आदेरी सोच को हिलाओं
होश में मैं खाओं
गर्मी छोड़ा बंबई में फिर चोज में बैठाओ
ये सोरे मेरे गानों पे फिर डोस दे कर जाओ
मैं पूरी मैगजीन लोड़ेट तुझे सोर से मिटाओ
मैं फिल में दो स्पीकर डाउन तो मैं दो स्पीकर लाओ
मैं फिला कुछ ना मेरे पेट तभी ना स्टोक फील कर रहा हूँ
दस लग में बार सारे नीमू मिर्च तो टोट का फिलाओ
आने वाली ब्रेट तभी मैं टोस्ट करके जाओ
इनको मैं दिखता नहीं जैसे हो बाबा ये ड्राइडेस में मूज
मैं तेरे काईदेस से दूर करा मैं हाईवे पे क्रूज
गती बुगाटी फिर भी औल्टो वाली माईलेज दे तू
और तेरी बातों में बनानी सेंस हो जैसे ये राइते में सूब
बाउंस, बाउंस, चाती करे बाउंस
बाउंस, चाती करे बाउंस
बाउंस, छाथी करे, hands in the air, let's go
काली घाटी से sound, वादी से sound
पेस पड़ता कानों में तो छाथी करे
बाउंस, तुझको आके मैं नजाओं, ये घाटी वाला sound
पेस पड़ता कानों में तो छाथी करे
काली घाटी से sound, वादी से sound
पेस पड़ता कानों में तो छाथी करे
बाउंस, तुझको आके मैं नजाओं, ये घाटी वाला sound
पेस पड़ता कानों में तो छाथी करे, छाथी करे
मुझे है ग्यात, मेरे चार हाथ तोड़े पांच दुआर, वो भी पांच बार
यहाँ हवा है अभी भी तू शिट
ये टेंपर वेन आ लूज़ इट
खाता क्रूप हिट तेरा यूनिट
गलेशी ये भावना का फने सर से बादना
सुर से रखा है आमना सामना
तबी तो हाफना पसंद नहीं जाना है
सीधा और जाके दिबार से टापना
बदलते समय के साथ है बदलेगी पादना
और आएंगे ऐसे भी दिन
मुझे में ना होगा उधार और मुझे में ना होगा
मैंने हैं सीखा नहीं हारना
मैंने बस सीखा है सीखो फाड़ना
शायी ये कून देता चुनादी दो लोड़ों की डर के हो जाती है
मैंने सुना है अपनों से शाबाश मैंने सुना नहीं हूँ उनसे क्या हाल
थोड़ा गुना भी करेंगे नाकार फिर भी बाल नहीं करेंगे बांका
पगड़ के जुले है मेरी अश्याका
पैस पड़ता कानों में तो चाती करें बाउंस
तीस को आके मैं नजाओ ये घाटी वाला साउंड
बाउंस
बाउंस
बाउंस
बाउंस
बाउंस
पैस पड़ता कानों में तो चाती करें भाऊंस
करते हैं