उठईके, उठईके, उठईके, उठईके, उठईके.
का समदिन तनि मुहा उठावा?
समदिन देख तू नजरिया उठईके, समदिन देख तू नजरिया उठावा?
वरतया के दुवरे पर भीरी लागल भारी, समदिन कहे समदिन के उठावा कुमारी.
समदिन के देख अब अपने लगवा गुलईके, गुलईके, समदिन देख तू नजरिया उठावा, समदिन देख तू नजरिया उठावा.
जब मरी समदिन धुंगट वा खोले, देख के बरकी आके मनवा डोले,
नते समदिन या कमरिया ही लईके, समदिन देख तू नजरिया उठावा, समदिन देख तू नजरिया उठावा.
तशमर सेओ ऐसन समदिन के गलवा, अखिया भुजाली कतारी आर भलवा, यवन के पुसलावे फूल गेदवा, दिखई के, दिखई के, समदिन द
उठाई के, उठाई के,
我ह तनी दयक, तु नजरिया, उठाई के,
समदिन दयक, उठाई के,
राणि देक, तु नजरीया, उठाई के.
राणी देक, तु नजरीया, उठाई के.