देखी भाया
एहो लैकी के कम उमर में सादी हो जाता
अज जब उनकर सईयजी
जब उनकर पहिला राती जब सेज भेजाता नी
तु लैकी इलि होरा करता डी अबना राजाजी से
अकहता डी का
कि हम बनी लैकाया रहू वस्यान जी
कि हमर के होगे दिहीया वही जबान जी
कि हम बनी लैकाया रहू वस्यान जी
कि हमर के होगे दिहीया वही जबान जी
कि छोड़ी अकवारी बड़ियारी न ठीक लागेला
कि छोड़ी अकवारी बड़ियारी न ठीक लागेला
हैसे ज़रीया उमरी एपनी के लागेला
हम बनी लैकाया रहू वस्यान जी कि हमर के होगे दिहीया वही जबान जी
हम बनी लैकाया रहू वस्यान जी कि हमर के होगे दिहीया वही जबान जी
छोड़ी अकवारी बढ़ियारी न ठीक लागेला
हैसे ज़रीया उमरी एपनी के लागेला
आपना राज़जी से कहो तारे
हैसे ज़रीया
उमरी एपनी के लागेला हैसे ज़रीया उमरी एपनी के लागेला
हैसे ज़रीया उमरी एपनी के लागेला
हैसे ज़रीया उमरी एपनी के लागेला
हम बनी लईकाया रहूवा सेयान जी हमरा के होखे दिहीया वही जबान जी
छोड़ीया तवारी बड़ियारी न ठीक के लागेला
हैसे ज़रीया उमरी एपनी के लागेला