बीजेब,
प्रजेष,
चक्ल्या
उमरल जवानी के तुकरह तारु नास एहो रणिया
काहे खोला तारु तोला पदोकानिया लुटली जवानीया
बीजेब,
प्रजेष,
चक्ल्या
खोली के तु चीज ना देखावा तु हुआईसे
मधुमक लेखाजे चूसली है कहींसे
चला छड़ाई हो काम,
राणी बनाई बहाम प्यारी करो बुना काम नहीं दिहा तु जखाम
छड़हली जवानी के तु करहा तारु नासी एहो राणीया
काहे खोला तारु तोला पदो कोनीया लुटली जवानीया
बीजेब,
प्रजेष, चक्ल्या
तोहरे पिरानी सभो देवेला धेयान हो आगावासे पिछावाजे देखेला समान हो
नहीं बेचा तु समान उठलाली लगाके सिंहा मिथुनके तु बनाले तु जेला भर
राहितर किंग गमले सजेली खेले कहानीया
काहे खोला तारु तोला पदोकणीया लुटली जवानीया