तू और मैं च्छट पे हूँ,
दोनों उलफट में हूँ
हर मैं बस खेले जाओं बालों से कहीं
जितने भी राज हों, साडे ख़त्मे हों
हर मैं बस पढ़ लूं तेरे बारे सब सही
ओ सोणे तेरे बिना मुझसे जीया नहीं चाहे
यादें तेरी सताए कैसे तुझे को बताए हाई
दूर मैं च्छट पे हूँ,
दोनों उलफट में हूँ
हर मैं बस खेले जाओं बालों से कहीं
जितने भी राज हों, साडे ख़त्मे हों
पाद कर खंग कर�करने के पारे,
हर बाद सुन करने भी,
स्पडिके फाद हूँ को Hyderabad