करली पुकार तीवई
सोनीली गुहार हो
पानीयां में खारांबर जोरी दून हात हो
पुर्बा से उगी दीन अनात हो
बाड़े मूहों बाट सूखल उगी यादिता मला बाड़े कहवा डूबल
पानी जन कठोर हो
जरजर गीरे
लोर हो
दिखाई
परचाई चल्दी के रवा के पात हो
पुर्बा से उगी दीन अनात हो
अरकले के नेना करस इंतिजार जी काई चा क्रिष्णा बिन्ती कारे बरमार जी
दीन
अनात हो
पुर्बा से उगी दीन अनात हो