बोली बोली थती मया की
जै!
उगीये सुरूजे देवा पतनक घाट है
उगीये सुरूजे देवा
उगीन सुरुजे देवा पतनक घाट हे
जलने बीचे खालती बईया जोह तरी बात हे
उगीन सुरुजे देवा पतनक घाट हे
हर सल बाबा आबे निरवा बेर से
आज काहे आबे में कैनी देर हे
हर सल बाबा आबे निरवा बेर से
आज काहे आबे में कैनी देर हे
कल वेस बाधती बाईया भूखले पियासल हे
भूखले पियासल हे
उगीन सुरुजे देवा कनवजी के घाट हे
थरधर कापे नई की बहुर्या आज हो
रखनी बाबा आज हमनी के लाज हो
थरधर कापे नई की बहुर्या आज हो
रखनी बाबा आज हमनी के लाज हो
आसन परवटे संजजी के सास हो
कलाद आज हम परवटे संजजी के सास हो