हाले हाले खुल गई तिलकी की वणियां भारी भारी जग गई पूर्वाईयांकोरासा थोड़ासा कागजी ये जहां बाचता हूं साचता अपना ही आजमा उड़ जहांआरे मनवा उड़ जहांतुईया तुईया बदरिया चटती जाती रे चांदनी अटरिया पे चटती जाती रेचकमकाती रे तारों के तारे भी जुड़ते जाते हैंलूटी फूटी किसमते मस्कराती रेकोर जहां आरे मनवा उड़ जहांआरे मनवा उड़ जहांदीरे दीरे से मनवा दीरे सब कुछ हुएदीरे से मनवा दीरे सब कुछ हुएमाने सीचे सोगरार तु आवे दो पल होवेमाने सीचे सोगरार तु आवे दो पल होवेउड़ जहां आरे मनवा उड़ जहांउड़ जहां आरे मनवा उड़ जहां