ओडि ओडि कगव जैह सिवतुरू के लगवा
ओडि ओडि कगव जैह सिवतुरू के लगवा गऊरमै के लगवा यारे जाई के दिहे सने सावा सिसिया घरवा होता सिवचाराचा
ओडि ओडि कगव जैह सिवतुरू के लगवा जाई के दिहे सने सावा सिसिया घरवा जाई के दिहे सने सावा सिसिया घरवा होता सिसिया घरवा होता सिवचाराचा
सिव गुरू से कहिया हमर चार चमे आई चोल दिसे ले जा संदेश द पेठाई
कगव के आवाज सुनि सिव गुरू वैनी गवुरा मैया वैनी दुनों हथव जोड़ी कोड़िहे नमस्कारावा
सिसिया घरवा होता सिव चाराचा अरे जाई के दिहे सने सावा सिसिया घरवा होता सिव चाराचा
गुरू जी के वेटे रे
कोब सेहसम कोरोतानि गुरू जी के वेटे रे
कगव के आवाज सुनेах अनत्रसे चर्णेल डेखा न घरवा होता सिव चाराश गुरू जी के दिहे सने सने साल्यों आवाज And on forgot or accept you nothing.
अजे सुनी बाध मजे आईनी सड़ सड़ मैँ आयाईनी कोहिये हाली से चोली सिस्याघारावा सिस्याघरवा होता सीवो चाराचा अरे जाई के दिहे समेशावा सिस्याघरवा होता सीवो चाराचा