एगो अवरत कर्वाल बड़ी की
हमार सहीया पाइलट हैं,
अतना बेहत्रीन तरीका से वो गाड़ी चला वेले,
उनकर मोड़ेक तरीका गाड़ी के मौसम पहचान के चला वेले
हमरा के हर महिना में वो बढ़िया बढ़िया सारी
पहिना वेले
काहे कि बड़ी दूर दूर तक जाले,
गुहाटी,
कलकाता,
अजमिर,
सरीफ अच्छन इसन सहर में आ जाएँ हैं,
तो हमरा के वो सारी जडूल लेगे
अरे मोरे सईया है,
मोरे साईया डराईबोर रंग बाज़ यही संग,
गाड़ी हाँ केले,
अरे उड़नी जहार जही संग,
गाड़ी हाँ केले,
उड़नी जहार जही संग,
गाड़ी हाँ केले, उड़नी जहार जही संग,
गाड़ी के लाँ खेले, आखी के समानावा,
शालक हमें हमरो सजानवा,
गाड़ी हाँ के,
गाड़ी हाँ के केमुण कर, अरे अंदाज यही संग,
गाड़ी हाँ केले,
उड़नी जहार जही संग,
गाड़ी हाँ के, उड़नी जहार जही संग,
भीतल से ज्जालर मारे संया के बावारिया
संया के बावारिया
संया के बावारिया
ते केहलियतना देह के वह इसलिए लेकि बहरा के कमर के बाती ही लगई
गाड़ी मोरे के मुन कर अंदाज ये संग गाड़ी मोरे के मुन कर अंदाज ये संग
लाड़ी हां के ले
लड़ी ब्याज़ जई संग
जब से सजनमा चला बे लगल गाड़ी
सागर पेन हे के मिलल नयनाय साड़ी
जब से सजनमा चला बे लगल गाड़ी सागर पेन हे के मिलल
नयनाय साड़ी
आर हरन बजाब ले
से हरन बजाब लेते बोचाते हैं कि हर्मुनियम के साझ
बाज कौनो बाज रहाल बाव वह तरिका हरन लगवले बड़े
बड़ा खतरक ड्राइबर है
गारी हां केले
अरे उड़नी जहाज येफ़न
गारी हां केले उड़नी जहाज येफ़न
मरे सईया है
मरे सईया दराई बोल
जंगपा ज़ेफ़न
हां केले उड़नी जहाज येफ़न
Đang Cập Nhật
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