पुड़ानों बाद
खाद के पान जो नी जान तू हमारो हो
अभियों से अपन रोहो ना सुधारो
तु काई नग सुधारो
खाद के पान जो नी जान तू हमारो हो
अभियों से अपन रोहो ना सुधारो
तुहारो ना बाते तुही को लाज रोजवो
छोने छोने बदले तुहारो निजाज रोजवो
जो ख़बाज रोजवो
जो ख़बाज रोजवो
तहबा आतंत से भोईल बाज रोजवो
गोरम निजाज रोजवो
उलाल बाज रोजवो
बार भरीके पुरा जीमा हौमारे का पारबा
सुना महरत रहिने दारत उपरसे बुखारबा
बुझला थूटू जोनटा ले के साथे मामा चंटीटेशियो सोचा रोजवो
राजाजी उड़ा गांभर में घुमा बनी मंखी राजाजी
बागल पन के लेते मन बापा ताज राजाओ
छोने छोने बदले ताहरों बिजाज राजाओ
उड़ा बाज राजाओ
बागल पन के लेते मन बापा ताज राजाओ
छोने छोने छोने छोने छोने छोने छोने
बुझा थे सिदी के दिल रहन से तुहा रहा जादा लाबा
होला दुखावा भोगा सुखावा ताहरा ता पुछाओ ना पादा लाबा
कि कई पे और पगले कोड़ा बताओ
तु चालू हो आधे चिरिये मतंद्र हम लाई लूहो
खोली दोना दिल बागे तारा अजर ज़वू
छोने छोने बजले तो आहो रामीजाज रजवू
ठोखया बाजे रजवू
ठोखया बाजे रजवू
ठोखया बाजे रजवू
बहा बहा गंप से भाविल बाच रोजवू
गोरम मिदाज रोजवू उलम बाच रोजवू