देखके मुझे क्यों तुम देखते नहीं यारा ऐसी बेरुखी हाँ सही तो नहींरात दिन जिसे माँगा था दुआमे देखो गौर से कही मैं वही तो नहींमैं वो रंग हूँ जो चढ़के कभी छूटे नातुम्हे प्यार से प्यार होने लगेगातुम्हे प्यार से प्यार होने लगेगामेरे से प्यार होने लगेगासाथ शामे बिता कर तो देखो, तुम्हे दिल लगी भूल जानी पड़ेगी, कभी दिल किसी से लगा कर तो देखो।