इस तरह तेरी मुस्काँ पर हुए हैं हुम फन्ना
मेरी जान तू यहाँ
तो धर्द सारे ही है लापता
जाने कहाँ
सुम्झे तो मन की खाहिशें भी इनकही
तू संग है तो लगता सब कुछ ही सही
नाधानियों से तेरी है तोड़ा गिला
करती पर फिर भी हो वही तू मानोगे नहीं
दुखाने से सताने से मनाने से क्या यही
बहाने
हैं मोहबत को जताने के
के तुम ही हो बनी अब मेरी सरजमी तेरे बिन सासों में कोई कमी
हर के दुआ मैं मांगता हूँ ऐ खुदा तुझ संग
भी जीवन की होगा अब हर सुभाद तेरे बिन
एक पल भी जीना लगता ना मुम्किन तारे गिन के गुजरे राते पर मैसम ले दिन
ये आसमाफतो सितारे भी सभी कहते हैं हमको हर गडी तुम मानोगे नहीं
दुखाने से सताने से
मनाने से क्या ये ही बहाने है मोहबत को
जताने के
लिए