तुम ही तो हो जितने भी है लम्हे अपने सारे
तुम ही तो हो जितने भी रहे हैं तुम से जाके
तुम ही तो हो
तुम ही तो हो
जितने भी चाहते हमसे जाके
तुम ही तो हो जितने भी वफाएं हमसे आके
तुम ही तो हो
जैसे लदियों का प्यासा साहिल
जैसे प्यासा साहिल
जैसे वीराने बागो और बाग हो
जैसे वीराने बागो और बाग हो
जैसे दिल रहे बेकरार
जैसे बेकरार दिल जितने भी ये आंगन हैं अपने सारे तुम
ही तो हो जितनी भी खुश्बू है तुम से जाके तुम ही तो हो
तुम ही तो हो