तुम ही ना समझे मुझे
औरों को क्या कहना
तुम ही तो अपने थे तुमने भरे नैना
थोड़ा प्यार से बोलते मान ना तोड़ते हम भी समझ जाते
तेले ही तो थे हम हम तो ना तोलते हम भी समझ जाते
तुम ही ना समझे मुझे औरों को क्या कहना
तुम ही तो अपने थे तुमने भरे नैना
किसको जाके सुनाए अपना ही तामाशा होगा
घैरों के आगे रोए इससे क्या देलासा होगा
लोग तो मजा लेके सुनते हैं मेरी कहाणी
एक बार बोल देते हमसे कोई घील आसा होगा
आत पकढ के प्यार से बोलते हॉम भी समझ जाते
तेरिय ही तो थे हम हमहैं तो ना तोलते हम भी समखल जाते
तुम ही ना समझे मुझे औरों को क्या कहना
तुम ही तो अबने थे
तुमने भरे लैना
आथ पगड़ते
थोड़ी कोशिश तो करते
हम भी संभल जाते हमें तो न तोलते
हम भी संभल जाते