उनको जिन तुम्हार महिवाल लाल जुनु करुँग जेहने, तारी उम्बर फती खाखागे, उनको निदिला के चूठी कोद पुतुर गुच्यान करोकर बुन बोले।
उन्हां गुद्धी मल्या ओयं अंदिर शर्म हदूर।
एवा सौर्वी आदी जगदी ओय पुद्मलूर ।
एवा सौर्वी आदी जगदी ओय पुद्मलूर।
एवा सौर्वी आदी जगदी ओय पुद्मलूर।
एवा संरी अठ्या सचंगों स्वरुडू टुर॥
नेजनी कम्म कादिरैं कार्तो सर्णो दूर।
साधरि रल्ला साधिल्ला मैं बाल सिताब। भैखने आराओ सुन्हु गित्ता साफ़ जिवाब।
अन्दे चंगा जर्गे रख्षियो गित्व ये ख़ताब। तु नैजनी हदी तार्दा कित्वै कम्म खराब।
अन्दा ना कोई उरुम साभर ना उठेखी जोब।
इट देहन मैंनी आप्परो मा दूज्या बन्व लौज।
इट देहन मैंनी आप्परो मा दूज्या बन्व लौज।
ए भेर्षा का दिराव मा सुर्या हेर्षक्रोर।
मैं वाल नु काट दियो तुल्ला करे सलाँ।
पाँछ तादी राँच दियो सोणी द कर्म दिया।
दौल्द मज्जी वाल दी देंदे काट दिया।
धेद न कोई कागिरा ओ थे बन्दे जोर्चया।
धेद न कोuire काप दिराए धे बन्दे जोर्चया।
तोणी मज्जी वाल दी हो खेरे तोणी मन।
तोणी मज्जी वाल दी हो खेरे तोणी मन।
महजी फली खुदाबे ओ जैने देह्रे।
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नह भी पेद ख़बादे हुआ जैने ले जैने
थोड़ी मद्दी बादी राख नई राध्याप
एनु तूड़ी भाई नाने अखंडे चर्याताप
एस राग बुलारी रोदे वैनु तो करे अलाप
बतने सनन कादिरा फेर लिखकार बाद
नई बाद प्यारेण भी केई साल बुदुर्दे है
तैल पुन्यारां भी कर दिया
एक रोज ऐसा है सोनी पुन्यारी बालन की कुणवासे गई ये
वे के शकल सोनी पुन्यारी भी चोड़ी लालखां दुखुए आलेया की अंदा
एक दिन पंद सुनेर भी यो गई चुटव नाल
ओ दिन ओ थे कादिरा ओ रोडा मिनवाल
रोडा मद्दी वाले फले दुख उठाए
तेरे पिछे सोनी रन्ने हाल में जाया मैं
ये बलखपुझारा छाटीकलन्ने आँ गुजरात मली
तेरे कालन हुकलन्ने तूड़ा गली गली
ओ दालदमाले उजरगीये ..... कीता छेग गली
ओ थे आरे कादिरा ओ सूनु खुले छाई
तेरे पिछे सोनी रोडा में जाया मैं तैनी तेरे
दोनी बारी शर्म दी अग्गो नहीं कोई कीती गाले, विच्छो हन्जु ओदन्यो वादिन दन्या चाले, अदे ना उथ यक्खी पर्तिन वाले जित्था ओदे बाले, ओदन्यो थे कादिरा फोले आईश्टुक फाले।
ए बागमरम्ब दिहिर्ष दिये मुडपप दिये इश्ची राज, दिल विच्छ मज्ञु आह्दावल लग्जाये अलखराज, जिल्दिल होर मुहब्बतो वाकर लग्जै अत्वाग, जादु ए लिख्चा दिडाओ दो अश्प गया साज।
जादु ए लिख्चा दिडाओ दो अश्प गया साज।
ए लग्जादा बाहरी यो ज्यादा गल कई, पाग मुहब्बत दुअल जारो जिल्दिच हो गई, ए जाल्मखाँ जहाल दाओ जहर बाद न कई।
धल्गद दाभी कादराओ इथो छोप रई।
ए हुबि ऋय अश्वि अप देल्दाला।
ओ खीशे चार फराग्रु करें कवाब जिल्ला।
पिछओ फेर जहाल देवो देल्दा घाल अहला।
आछ्छल बासिका दिडाओ छद्ड छाबि उतलौ।
आछ्छल बासिका दिडाओ छद्ड छाबि उतलौ।
पागी का दुड़ा ओई छदे छाजि तला