आया आया आया आया
आया आया आया
मोहबत दे दे अब मुझे को
हाँ हाँ हाँ
क्या तुझे उतना ही प्यार है
क्यों बे आवाज है
तु क्यों नाराज है
क्यों ये दीवर है
तुझे से ही प्यार है
तु क्यों नाराज है
तु ही है उलफत
तुझे से है सौबत
तु ही हुदा
तुझे से मोहबत
तु ही है उलफत
तुझे से है सौबत
तु ही हुदा
तुझे से मोहबत
तुझे से ही हुदा
याद पुरानी आई है याद
बीते लम्हें सताने लगें
हम भी यहाँ पे ठोए हुए हैं
बेचेन दिल को मनाने लगें हैं
आआआ...
सुनने को दिल
ये तरसने लगा है इश्क हाथ तू भी मुझसे करने लगा है
अरसा है गुजरा बेचेनियों में राहक मिलेगी अब तेरे होने से
हाँ हाँ हाँ क्या तुझे उतना ही प्यार है क्यों बेआवाद है तू क्यों नाराज है
क्यों ये दिवार है तुझसे ही प्यार है तू क्यों नाराज है
तू ही है उल्फत तुझ से है सौपत तू ही खुदा तुझ से मुहावत
तू ही है उल्फत तुझ से है सौपत तू ही खुदा तुझ से मुहावत
तुझ से
मुहावत