मुझे को
तुझे से हरा की पन माना
ओ सुन मेरी प्यारी वहणा
तुझे को मेरी भी उमर लग जाए
हमेशा तुम खुस रहना
ओ सुन मेरी प्यारी वहणा
मुझे को तुझे से हरा की पन माना
ओ सुन मेरी प्यारी वहणा
खुस रहना
खुस रहना
खुस रहना
कभी सरारत करती हैं कभी तु कितना पेम दिखाती बहुत प्यार से रहती हैं
कभी है लड़ती कभी चगड़ती कभी सरारत करती हैं
कभी तु कितना पेम दिखाती बहुत प्यार से रहती हैं
तुम दो
घर में है सब की दुलारी वहण तेरा क्या कहना
वहण तेरा क्या कहना मुझे को
तुझे से हरा की पन माना
ओ सुन मेरी प्यारी बहना
ओ सुन मेरी प्यारी बहना
उत्धे भाईगो तुँ तो मना कि
कि सबकी बात तू सहती है
कोई भी तुझो को कुछ भी बोल
कीज़िसना कुछ कैठी है
हे भाई को तू तो ना aan keesnana kooch kaiphiti hai
सौझकी बात तू सहती है sabhi baat tu seihti hai
किसीजिसना कुछ कैठी है keesnisana kuch kaiphiti hai
तुन तो...
tum to...
तो दुनिया की दौलत है सारी
तू ही तो भर की कहना
तू ही तो भर की कहना
मुझे को
तुझे से हरा की बनवान
बहान तेरा क्या कहना
ओ सुन मेरी प्यार कहना