तु शम्मेरी सानत है
आणम
तेरा परवाना
तु शम्मेरी सानत है
आणम
तेरा परवाना
तु मागिन बूवत वैं
ये
जबाई जाना ना
तु मागिन
बूवत वैं
ये जबाई जाना ना
जो साक्ये का सर के चेगरे से निकाब उठे
हर दिल बने मैं खाना
अगर नाथ भी नूरानी है
जबाई जाना ना कर आँखे भी
नूरानी है
जबाई जाना ना चलकता है
चलकता हुआ भरा हुआ बिलकुल भरा हुआ
ये मागना कोई
आसान बात नहीं
ये वो मागे जिसका जर्फ भी बड़ा हो
कि
सरशार मुझे कर दे एक जामल बानब से
थोड़ी थोड़ी पीता रहूंगा कब कब तेरी मैफिल में
थोड़ी थोड़ी खत्रा खत्रा
पीता रहूंगा कब कब तेरी मैफिल में
मैं खाना ही डाल दे सांकी आज
मेरे पैमान में
पर
वो दुआ देता
सकी की खेल
सकी का घर में सलामत हो
सकी का घर सलामत हो
महजदफकीर की निशानी होती है कि मांगने पर जब मिल जाये तो भी दूआ देता है
अब हजूर वोधियानने ने मांगा कि सरशार मुझे कर दे
एक जामल बानब से थो ऐसे लगता है कि अता हुआ
तो एक महजदफकीर कहता है कि ताहशर रहे साती आवाद ये मरता ये लाव
ताहशर रहे साती
आवाद ये मरता ये लाव
ताहशर रहे साती आवाद ये मरता ये लाव
और किस लिए इसे गिल गुम दे थे मर्द और अपने पढ़ा हुआ
मेरे आकांगे अब आमद हुई
तो हुद्धबोगत्य आदभी कहते हैं
कि तुम आए
छटी बाजी
रौनप हुई
फिर ताजी
काबा हुआ फिर काबा
कर डाला था बुतखाना
काबा हुआ फिर काबा
काबा कर डाला था बुतखाना काबा
तो दिवाने की जिद है
वो पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच
पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर
प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्र�
प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर
प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच
पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच पर प्रशाँच
पानी है तेरा पानी
पानी है
तेरा पानी
दादा है तेरा दादा
पानी है तेरा पानी
दादा है तेरा दादा
संगेदर जाना पन करता हूं जबी साइन
सजदा न समझ वाइज़
सर देता हूं नज़राना सजदा न समझ वाइज़
सजदा
न समझ वाइज़
सर देता हूं नज़राना सजदा न समझ वाइज़
सर देता हूं नज़राना सजदा न समझ वाइज़
सर
देता हूं नज़राना
कर दे एक
जामेला बानप से तहश रहे साती आबाद में
खाना तहश
रहे साती आबाद में खाना
सरकार के जल्मों से
रोशन गे दिले नूरी
तहश रहे
नूरी का ये काशाना तहश रहे रोशन
नूरी का ये काशाना तू शम्मेरि सालद है आनम तेरा करवाण