जोगीरे
तु सच बतला मुझे जोगी, बलम से बात कभ होगी।
बिरह के दिल कटेंगे सब, मिलन की राच सब होगी।
तु सच बतला मुझे जोगी।
है याद मुझे मिले थे गले, है याद मुझे मिले थे गले, वोमों से दूर चांड तले।
जो शाम धले, जो दीप दले।
तो भीगी भीगी फलकों में प्यार फले।
तु सच बतला मुझे जोगी।
बलम से बात कभ होगी।
दिया रोए, खते दार।
दुने है फूल अंगारे।
किया किसने जुदा हमको।
जुदाई वाले तीर हमें कौन मारे।
सच बतनाम।
जो दीप दले।
बलम से बात कभ होगी।
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật