जीने की सारी उम्मीद तो टूट दियाबाउ में निगाओ में दुसर को बसा लियाजीने की सारी उम्मीद तो टूट दियाबाउ में निगाओ में दुसर को बसा लियाजीने की सारी खाईश सिसे की तराक्यों टूट दिया, मुझे से रूट गयाजीने की सारी उम्मीद तो टूट दियामुझे से क्यों जुदा हुआतू रूठा, दूर ठूटामुझे से क्यों जुदा हुआकुछ ज़्यादा भरोसा मैं तुझ पे क्या थासुबहा से साम तक बाते तुझ से क्या थाखुद से ज़दा भरूसा मैं तुझे पे किया थासुभा से साम तक बाते तुझे से किया थातेरी जुटी बाते याद कर पाऊँडातुझे को छोड़े के मैं ना जी पाऊँगातुरूठा दिर तूटा मुझे से क्यों जुदा हुआयाद करते करते मैं बिखर गयाना चाते हुए भी आखे भरी गयायाद करते करते मैं बिखर गयातुरूठा दिर तूटा मुझे से क्यों जी पाऊँडातुरूठा दिर तूटा मुझे से क्यों जी पाऊँडातुरूठा दिर तूटा मुझे से क्यों जी पाऊँडातुरूठा दिर तूटा मुझे से क्यों जी पाऊँडातुरूठा दिर तूटा मुझे से क्यों जी पाऊँडा