हम खो गए हैं खाबों में तेरे
भूम हो गए हैं वो सारे सवेरे
तुम जब थे मेरे ये यादे क्यों सोने न देती है
आँखों के आगे ही रहती है
मैं कैसे संभालूं इस दिल को बला
दिल में तो तुम रहती है
हाँ थक चुका हूँ
गले से लगा ले फिर अपना बना ले
हाँ तूट गया हूँ
नया सा तु कर दे फिर असके पिखा दे
माना जुदा है दिल दुखता है
मगर खुश होके खुश तु रहती है
मैं कैसे संभालूं इस दिल को
वला दिल में तो तु रहती है
हाँ
खाल सुना हूँ तुझे
कभी तेरा सुनूँ जरा
माना अब मैं नहीं
दिल में तुम्हारे रहा
पर एक आस है मेरे पास
में रह ले तो काशिर सदा
जितना भी देखूं दिल पर तारा
नहीं जो चाहा था बिल्कुल तु ऐसी ये है
मैं कैसे संभालूं इस दिल को
वला दिल में तु तु रहती है