एक्खन अपने सबसे रहा ची एपी प्रोड़क्शन के प्रस्तुती
शाम प्यारे की हारे के सहारे की
रहोगे दूर चाखट से तो खोना ही खोना है
वहाँ पीतल ही पीतल है यहाँ सोना ही सोना है
जब से देखा तुझे हो गया क्या मुझे
तु मेरा हो गया मैं तेरा हो गया
मैं तो हूँ बेफिकर मुझको किसका है डर
मेरी बिगरी बने या मेरे साथ
है जब से देखा तुझे हो गया क्या मुझे
तु मेरा हो गया मैं तेरा हो गया
कि आशुओं को आखों में भरने नहीं देता
और चेहरे पे दर्द को उभरने नहीं देता
देखिये कैसा है मेरा शाम
कि आशुओं को आखों में भरने नहीं देता
और चेहरे पे दर्द को उभरने नहीं देता
कितना दयालू है मेरा सावडा
मैं तूट भी जाऊं तो बिखरने नहीं देता
मैं तेरा हो गया, तू मेरा हो गया
मैं परेशान था मेरा कोई न था
मैं परेशान था मेरा कोई न था
ऐस में हाथ तूने जो पकरा मेरा
गर्दिशे टल गई मंजिले मिल गई
तू मेरा हो गया मैं तेरा हो गया
जब से देखा तुम्हें
तेरे आखों में वो नूर होता है
और कौन तेरी नजरों से दूर होता है
एक बार आ जाएं मेरे शाम के चौखट पे
वो बार बार आने को मजबूर होता है
मैं तेरा हो गया तू मेरा हो गया
मौज ही मौज है ये तो हर रोज है
मौज ही मौज है ये तो हर रोज है
जब शाम कनहिया मेरे साथ है
जब से देखा तुझे हो गया क्या मुझे
जब से देखा तुझे हो गया क्या मुझे
तू मेरा हो गया मैं तेरा हो गया