फासलों में सास ते हर शामिल हुआ तू
हाल से यूं दिल में मेरे दाखिल हुआ तू
दू जो मिला
दू जो मिला
दू जो मिला
दू जो मिला
पलकों गे तू अपने मुझे को थोड़ी सी दे दे जगा
इसे में देखना हर एक सुबा
महफूज सा लगने लगा इंधर कना को
दू जो मिला दू जो मिला
दू जो मिला दू जो मिला
तलाश ता दिल का मेरे दिल का
दीरे कुछ न कुछ है वास्ता
महफूज सा लगने लगा इंधर कना को दू जो मिला
दू जो मिला दू जो मिला