तू है तो मैं हूँ सनम
जो तू नहीं तो मेरे हमदम
मेरा होना है तेरे बिना बेवजाद
मेरी धड़कने कहती क्या
सुनले मेरे दिल की सदा
जीने की मेरी के तू ही तू ही बजाद
जुदा जिस पल में हम हुए थे
अधूरी सी कुछ वो बाते
खामोशी थी बस लबों पे
कुछ रुकी रुकी थी सासे
हूँ
राहों में फिर
मिले सनम
लगता खुदा की नायत है तुम बिन अधूरा हूँ ऐसे
जैसे कोई जीस्म हो बिन सासे
खड़ा हूँ मैं उसी मोड पे जिस राह पे हम थे मिले
बीते लम्हों में जीने की तू ही बजाद
मेरी दढड़कने कहती है क्या सुनले मेरे दिल की सदा
जीने की मेरी एक तू ही बजाद
तू ही बजाद
मैं ना भुला वो पल सनम जो तिरे साथ में जीने था वक्त वो बेवफाँ
जो दरमें आफासले हुए
हूँ
दिल में अर्मासा है जगा फिर महाबती हो रही हूँ मैं तनहाब यहाँ
बस एक तेरी कमीआं
बस एक तेरी कमीआं
मिले हैं
आज किस्मत से
देखो हम फिर महाबत से
तेरा दिवाना मेरी जान नहीं बदला
मेरी धड़कने कहती है क्या
सुनले मेरे दिल की सदा
जीने की मेरी एक तुही वजाँ