पहुँचा तू एक खबर उसके शहर
लोटाया है फिर उसका हमसफर
और कह दो उसी रास्ते पे फिर से फिर से वो मिले
हुए थे जहां से हम बेखबर
चलना वहाँ जहां तू चले
राहे तो हों मंजिल ना मैले
रुक जाए पल फिर वो ना ढले
तू जो साथ चले
तू बन जा हाँ मेरा
तू बन जा हाँ
मेरा
तुझ से ना हसी कोई या फरी
दिल मिलना चाहे तुझ से फिर वही
तुझे जीना है फिर से हाँ
हाँ चाहूं मैं यही
मौहबत नहीं तुझ पे है यही
चलना वहाँ जहां तू चले
राहे तो हाँ मंजिल ना मिले
रुक जाए पल फिर वो ना ढले
तू जो साथ चले
तू बन जा हाँ मेरा
तू बन जा हाँ मेरा
तू बन जा हाँ मेरा
तू बन जा हाँ मेरा