पर्जेंटिड बाई, खड़ा-खड़ा मुझी गया
थोड़ा कहा, मी तोई दहूँ आरात
हाँ मी तोई दहूँ आरात
मुझी बाई, मनी काम सुभूँ दहूँ
फका नाई आई पब
लिक्स बाई, बंटी राज
लेटा धेरा कर, मी छोड़ा था घारे पिटाईबा
रे छोड़ा कहा, मी तोई दहूँ आरात
हाँ दो बारा नाई आईबा
जाले माना वा भारत नाई ताले न जाईबा
गे छोड़ी तोरे नादी में हाम पूदा कुदा न आईबा
रे छोड़ा कहा, मी तोई दहूँ आरात
हाँ दो बारा नाई आईबा
मुझे बाई, मनी कांट सबोल
है रे, जाये देहा थवा, छोड़ा रे छोड़ा
लटकोल ही गाए, बोटी के भौरा
का पता कहिया, तुमी मी गया बर
कते का राहियो, तोरे लसावर
यही से जदी कर मी तोरण आयाद लगाईबा
रे छोड़ा कहा, मी तोई दहूँ आरात
हाँ दो बारा नाई आईबा
गे छोड़ा कहा, मी तोई दहून आरात
गे छोड़ा कहा, मी तोई दहूँ आरात
हाँ दो बारा नाई आईबा
है रे, तोरे चकर में भूलैलो है बाली
रोसे रोसे चूसंगे नहीं है लाली
आगे इति कहल किस आहिंगे छओड़ी बुतरोड़ि अन्सीची आहिंगे छोड़ी
बांटि राज़मन तोरा हम छक्शनाईबा
गे छोड़ा कहा, मी तोई दहून अरात
हाँ दो बारा नाई आईबा
बांटि राज़मन तोरा हम छक्शनाईबा