तू मिलके सही कवारी खैपान भी।
दिलवची मा दिलदियाथी, केहें जीको नयान बुदाथी।
इससे ही दुनिया सारी
खैपान भी दासी।
तू मिलके सही कवारी खैपान भी दासी।
मुझी सचाई तो लई जानी होई
नाम आए।
पस्ति पस्तर देखोने दिस्बो
अच्छि बोन केहें जे चकरमें।
अत डईअत मेहल बोचानी, पहंजे कूरे करमें।
करे वट तू पहंजी तयारी, करे वट तू पहंजी तयारी।
भले इससे ही दुनिया सारी
खैपान भी दासी।
तू मिलक सहीक भारी खैपान भी दासी।
खुदा वग्षम तूझी सदाया, खो करमो बताए।
जोड़त डहन जुदाँते पहंजो, लिखत वथ लिख राए।
कोन चीदम तूझी मयारी, कोन चीदम तूझी मयारी।
दिलवठी मा दिलनियाती, केंजी कोन आने बुदाती।
भले इससे ही दुनिया सारी खैपान भी दासी।
दुनिया सारी खैपान भी दासी।
तू मिलत सही एक बारी खैपान भी दासी।